शनिदेव की पूजा के दौरान इन बातों का हमेशा रखें ख्याल

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the worship of Shani Dev

भारत में शानि देव की अधिक पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव की पूजा हमेशा शनिवार के दिन ही खासतौर पर की जाती है। इतना ही नहीं शनिदेव को न्याय का देवता भी माना जाता है। क्योंकि शनिदेव किसी भी व्यक्ति के कर्मो के अनुसार, उन्हें फल देते है। यदि किसी व्यक्ति ने अपने जीवन में अच्छे काम किया होते है। तो इन्हे अच्छे फलों की प्राप्ति होती है। वही अगर किसी व्यक्ति ने बुरे कर्म किए होते है तो उन्हें इसके दुष्परिणाम झेलने पड़ते है। इतना ही नहीं इन परिणामों को किसी भी व्यक्ति को अपने इसी जन्म में झेलना पड़ता है।

यदि किसी भी व्यक्ति के कुंडली में शानि का प्रभाव होता है तो उसे अपने जीवन में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे सिर्फ उन ही व्यक्तियों के साथ होता है जिनकी कुंडली में शनि का अशुभ प्रभाव होता है। इसके अलावा, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुभ प्रभाव होता है तो शनिदेव उस व्यक्ति के जीवन में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने देते है। तथा उसके जीवन को सुख व् सुविधाओं से भर देते है।

अगर आप शनिदेव की पूजा करते है तो आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहें है। जिनका आपको शनिदेव की पूजा करते समय हमेशा ध्यान रखना होगा जैसे की –
  1. यदि आप शनिदेव की पूजा करते है तो अक्सर आप शनिदेव की तस्वीर के दर्शन भी करते होंगे। परन्तु आपको इस बात ध्यान रखना होगा की जब भी आप शनिदेव की प्रतिमा को देखते है तो आपको उनकी आँखों की तरफ नहीं देखना चाहिए।
  2. इसके अलावा, आप जब कभी भी शनिदेव की पूजा अर्चना करते है तो आपको साथ ही मंदिर में हनुमान जी की भी पूजा करनी चाहिए।
  3. इतना ही नहीं यदि आप शनिदेव की किसी खास दिन जैसे शनि जयंती, शनि अमावस्या या शनिवार के दिन पूजा करते है तो आपको उस दिन आपको पूजा में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
  4. शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा करने के बाद आपको काले तिल और लोहे से बनी धातु का दान करना चाहिए। क्योंकि इसे शुभ माना जाता है। तथा शनिदेव की कृपा आप पर बनी होती है।
  5. यदि आप कभी शनिदेव की पूजा करते है तो आपको उससे पहले अपने शरीर पर तेल की मालिश करके नहाना चाहिए।
  6. इसके अलावा, यदि आप पूजा के बाद गाय या फिर कुत्ते को तेल से बनकर तैयार हुआ कोई भोजन खिलते है। तो इससे आप शनिदेव को खुश कर सकते है।
  7. सूर्यदेव भगवान की पूजा आपको हमेशा शनि जयंती या फिर अमावस्या के नहीं करनी चाहिए । क्योंकि इसे बहुत शुभ नहीं  माना जाता है।
  8. यदि आप किसी स्थान पर घूमने की सोच रहे है तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा की उस दिन शनि जयंती या शनि अमावस्या न हो।
  9. आपको कभी भी शनि जयंती या अमावस्या वाले दिन अपने नाख़ून या फिर बाल नहीं काटने चाहिए। क्योंकि शास्त्रों में ऐसा कहा गया है की ऐसा करने से आपके आर्थिक विकास ने रुकावट आ सकती है।
  10. यदि आप शनिदेव के क्रोध से बचना चाहते है तो आपको भूलकर भी शनि जयंती या शनि आमवस्या वाले दिन किसी भी महिला का अपमान नहीं करना चाहिए।

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