Asia Cup 2020: क्रिकेट को पूरी दुनिया में सिर्फ एक खेल नहीं माना गया है विशेष रूप से भारत और पाकिस्तान में। इन दोनों देशों में ये खेल नहीं एक जुनून है। यही कारण है कि जब कभी भी इन दोनों देशों के बीच रिश्तों में कड़वाहट आती है तो सबसे पहले क्रिकेट ही प्रभावित होता है। यह दोनों टीमें एक-दूसरे का सामना करने के लिए मैदान पर उतरती है तो दोनों देशों के खिलाडियों पर बहुत अधिक दवाब होता है क्योंकि इन देशों के फैंस इसे एक मैच की तरह नहीं एक जंग की तरह देखते है। आपको बता दे, इन टीमों के भिड़ने का इंतज़ार दुनिया में सभी को रहता है। आज भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक खबर आई है चलिए जानते है क्या वो खबर।
Asia Cup 2020
क्या पाकिस्तान में होगा एशिया कप?
अगले साल यानि 2020 के सितंबर में एशिया कप (Asia Cup 2020) पाकिस्तान में होने वाला है। इस बार एशिया कप में भारतीय टीम हिस्सा लेगी या नहीं, अभी तक बीसीसीआई द्वारा कोई फैसला नहीं लिया गया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) ने पाकिस्तान में आयोजित होने वाले एशिया कप में प्रतिनिधित्व के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पुष्टि करने की समय सीमा जून 2020 तक रखी है।
पीसीबी ने कहा,
एक इंटरव्यू में पीसीबी के सीईओ वसीम खान ने कहा, ‘हमें देखना होगा कि क्या भारत एशिया कप के लिए पाकिस्तान आने को सहमत होता है या नहीं। अगले साल सितंबर के लिए अभी काफी समय है, लेकिन जून तक हमें पता होना चाहिए कि यह टूर्नामेंट कहां होगा और भारत के हिस्सा नहीं लेने के कारण इसकी मेजबानी पाकिस्तान में हो पाती है या नहीं। टूर्नामेंट को स्थानांतरित करने का अंतिम फैसला एशियाई क्रिकेट परिषद और आईसीसी को करना है। हम एशिया कप में भारत की मेजबानी के लिए तैयार हैं।’
दोनों देशों के रिश्तों का असर क्रिकेट पर,
आपको बता दे, वसीम खान द्वारा भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के बीच मौजूदा तनावपूर्ण रिश्तों के दौरान द्विपक्षीय क्रिकेट श्रृंखला में भारत की मेजबानी को लेकर होने वाली परेशानियों को स्वीकार किया है। उन्होंने आगे कहना है, ‘बोर्ड से बोर्ड के स्तर पर हमारे भारत के साथ अच्छे रिश्ते हैं लेकिन उनके यहां सरकार का काफी हस्तक्षेप है और द्विपक्षीय श्रृंखला के लिए हम उनके पीछे नहीं दौड़ सकते। अगर वे खेलना चाहते हैं तो उन्हें हमें बताना होगा और प्रतिबद्धता देनी होगी। हमें तटस्थ स्थल पर खेलने में कोई परेशानी नहीं है।’ दोनों पडोसी देशों के बीच 2012 के दिसंबर में आखिरी बार द्विपक्षीय सीरीज खेली गई थी। तब भारत द्वारा 3 वनडे और 2 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की मेजबानी की थी।
एशिया कप का सफर,
साल 1984 में एशिया कप की शुरूआत हुई और सबसे पहले यह टूर्नामेंट यूएई में खेला गया था। कुल मिलाकर अबतक एशिया कप के 14 संस्करण हुए हैं और भारत ने सबसे ज्यादा बार एशिया कप पर अपना कब्ज़ा जमाया है। एशिया कप के इतिहास में भारत ही मात्र एक ऐसी टीम है जिसने 7 बार यह खिताब अपने नाम किया है। उसके बाद श्रीलंका की टीम का नंबर आता है जो 5 बार एशिया कप चैंपियन रह चुकी है और पाकिस्तान 2 बार एशिया कप की चैंपियन बन चुकी है।
1984-2018: चैंपियंस की लिस्ट
1984: भारत (श्रीलंका को 2-0 से हराया)
1986: श्रीलंका (पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया)
1988: भारत (श्रीलंका को 6 विकेट से हराया)
1990/91: भारत (श्रीलंका को 7 विकेट से हराया)
1995: भारत (श्रीलंका को 8 विकेट से हराया)
1997: श्रीलंका (भारत को 8 विकेट से हराया)
2000: पाकिस्तान (श्रीलंका को 39 रन से हराया)
2004: श्रीलंका (भारत को 25 रन से हराया)
2008: श्रीलंका (भारत को 100 रन से हराया)
2010: भारत (श्रीलंका को 81 रन से हराया)
2012: पाकिस्तान (बांग्लादेश को 2 रन से हराया)
2014: श्रीलंका (पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया)
2016 : भारत (बांग्लादेश को 8 विकेट से हराया)
2018 : भारत (बांग्लादेश को 3 विकेट से हराया)