Bangladesh Cricketers End Strike: दक्षिण अफ्रीका पर फ़तेह हासिल करने के बाद भारतीय टीम के हौसले बुलंद है। देश में साउथ अफ्रीका की टीम के साथ खेली गयी टेस्ट सीरीज को भारत ने अपने नाम किया है। अब भारत का अगला टारगेट बांग्लादेश की टीम है। बांग्लादेश की टीम जल्द ही भारत के दौरे पर आने वाली है। आपको बता दे, बांग्लादेश के भारत दौरे पर खतरे के बादल मंडरा रहे थे क्योंकि बांग्लादेश के खिलाडी हड़ताल पर चले गए थे। चलिए जानते है क्या है पूरा मामला?
बांग्लादेश टीम ने की हड़ताल
बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाडी हड़ताल पर गए हुए थे। उनकी इस हड़ताल की शुरुआत सोमवार को हुई थी और इस अभूतपूर्व हड़ताल में प्रथम श्रेणी क्रिकेटर भी शामिल थे। ये सभी खिलाडी वेतन और अन्य फायदों से जुड़े मुद्दों को लेकर हड़ताल पर गए थे। यही कारण था कि भारत और बांग्लादेश के बीच होने वाली सीरीज पर खतरे के बादल मंडराने लगे थे जो अब हट गए है।
बांग्लादेश क्रिकेटरों ने खत्म की हड़ताल (Bangladesh Cricketers End Strike)
बुधवार देर रात बांग्लादेशी क्रिकेटरों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी। अब बांग्लादेश के सभी खिलाड़ी जल्दी ही अपने तय क्रार्यक्रमों के अनुसार खेल में वापसी करने को तैयार हैं। बुधवार को बांग्लादेशी क्रिकेट बोर्ड ने अपने रुख में थोड़ी नरमी बरती और खिलाड़ियों की अधिकतर मांगों को स्वीकार कर लिया गया, जिसके तुरंत बाद खिलाड़ियों ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी। बांग्लादेश के टी20 और टेस्ट कप्तान शाकिब उल हसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को बताया कि “खिलाड़ियों की मांगों को लेकर बातचीत सही दिशा में रही और अब खिलाड़ियों ने अपनी हड़ताल खत्म कर ली है।
बोर्ड और खिलाडियों में हुआ था टकराव
आपको बता दे, इससे पहले बांग्लादेश टीम के सभी खिलाड़ी बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) द्वारा अपनी मांगे पूरी न करने को लेकर सोमवार से हड़ताल पर चले गए थे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने वनडे कप्तान मशरफे मुर्तजा को देश के क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेटरों के बीच चल रहे विवाद को ख़त्म करने के लिए एक मध्यस्थ को नियुक्ति किया था, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच सहमति हो गई है। बीसीबी द्वारा खिलाड़ियों की अधिकतर मांगों को स्वीकार कर लिया है। बुधवार की मध्य रात्रि को दोनों पक्षों ने समझौते के बाद हड़ताल खत्म होने की घोषणा कर दी थी।
क्या थी मांगे? (Bangladesh Cricketers End Strike)
क्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड और क्रिकेटर्स दोनों पक्षों के बीच लगभग दो घंटे तक एक होटल में यह मीटिंग चली है। इस मीटिंग के दौरान खिलाड़ियों ने बोर्ड के सामने अपनी दो ओर मांगें रखीं, जिनमें बीसीबी अपने राजस्व का कुछ हिस्सा खिलाड़ियों के साथ बांटेगा और देश की महिला क्रिकेटरों को भी पुरुषों के बराबर वेतन दिए जाने की बात तय की गई।
प्रधानमंत्री ने की मध्यस्था में सहायता
इससे पहले स्थानीय मीडिया की तरफ से खबरें आ रही थीं कि बीसीबी के कुछ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से इस मामले में संपर्क किया था, जिसके बाद उन्होंने वनडे टीम के कप्तान मशरफे मुर्तजा को दोनों पक्षों में मध्यस्था कराने के लिए नियुक्त किया।
मुर्तजा द्वारा मध्यस्था के प्रयास करने के बाद बीसीबी अपने कड़े रुख में नरमी लाई और खिलाड़ियों की मांगों को मानने के लिए बोर्ड राज़ी हो गया। खिलाड़ियों के हड़ताल ख़त्म करने के ऐलान के बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने जरूर राहत की सांस ली होगी। बांग्लादेश की टीम को टी20 और टेस्ट सीरीज के लिए भारत का दौरा करना है और खिलाड़ियों की हड़ताल के चलते इस दौरे पर भी संकट के बादल मंडराने लगे थे।