नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहें है। अपने दूसरे कार्यकाल में मोदी कुछ इस तरह कार्य कर रहें है जैसे कि उन्होंने पाकिस्तान को सबक सिखाने का प्रतिज्ञा लेलिया हो (bhikari)। पाकिस्तान को भारत के तरफ से कई बार चेतावनी दी गई कि आतंकवाद पर रोक लगाए। लेकिन पाकिस्तान ने भारत की एक न सुनी और अपनी गलतिया दोहराता रहा। अंततः नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को सबक सीखना शुरू कर दिया। पिछले साल जब पाकिस्तान ने पुलवामा में आतंकी हमला किया था तब पूरा भारत एक सुर में बदला लेने के लिए नरेंद्र मोदी को गुहार लगा दिया। तब से प्रधानमंत्री ने भी पाकिस्तान के साथ जैसे को तैसा वाला नियम अपना लिया। पुलवामा का बदला लेने के लिए कुछ समय बाद ही भारत ने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक कर दिया। इससे पाकिस्तान को जान माल का नुकसान हुआ।
जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से सत्ता में आए तब उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देना बंद कर दिया और पाकिस्तान के प्रति सख्त रूप धारण कर लिया। कश्मीर को लेकर पाकिस्तान हमेशा दवा करता था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को सबक सीखा दिया। कश्मीर का अनुच्छेद 370 और 35a भारतीय संविधान से समाप्त करदिया जो जम्मू और कश्मीर को विशेष राज्य का दर्ज़ा देता था। ।
इसमें भारत के गृह मंत्री अमित शाह की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके बाद तो पाकिस्तान का कश्मीर पर दावा समाप्त हो गया। इसको लेकर पाकिस्तान में बेचैनी फ़ैल गई। और पाकिस्तान अन्य देशों से मदद की गुहार लगाने लगा। कई देशों ने कश्मीर के इस मुद्दे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को झटका दे दिया (bhikari)। इसके बाद इमरान खान अकेले पड़ गए। अब पाकिस्तान की फ़ज़ीहत होने लगी। पाकिस्तान ने अमेरिका से इस मुद्दे पर बात करने के लिए कहा तो अमेरिका ने साफ़-साफ़ शब्दों में मना करदिया। अमेरिका ने कहा कि यह भारत का अंदरूनी मामला है इसमें कुछ नहीं किया जा सकता है।
लेकिन पाकिस्तान के दुबारा सिफारिस के बाद अमेरिका इस मसले को द्विपक्षीय वार्तालाप से सुलझाने के लिए कहा पाकिस्तान को फिर से झटका लगा।
अब पाकिस्तान अपने पड़ोसी चीन के पास गया वहां भी कुछ खास सफलता नहीं मिली। लेकिन चीन पाकिस्तान का समर्थक रहा है इसलिए चीन ने इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र संघ में उठाने का दिलासा दिया। चुकी चीन संयुक्त राष्ट्र का स्थाई सदस्य है इसलिए चीन के इस मांग को संयुक्त राष्ट्र में मान लिया गया। लेकिन इसकी सुनवाई बंद कमरे में होनी थी। सुनवाई के बावजूद भी कोई नतीजा नहीं निकला। वहां भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (bhikari) को निराशा हाथ लगी। विश्व के कई देशों से मदद की गुहार लगाने के बाद भी इमरान खान को मदद नहीं मिली। पाकिस्तान बौखलाया हुआ है लेकिन उसकी मदद के लिए कोई भी देश आगे नहीं आ रहा है। पूरे विश्व में पाकिस्तान कुछ इस तरह मदद मांग रहा है जैसे कोई भिखारी भीख मांगता हो।
इमरान खान के इस कारनामे से गूगल ने भी इमरान खान को भिखारी का दर्ज़ा दे दिया है। कहने का मतलब है कि गूगल में हिंदी या अंग्रेजी में भिखारी सर्च करने पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तस्वीर आ जाती है। इमरान खान की तस्वीर बिलकुल भिखारी की तरह दिख रही है जिसमे वो हाथ में कटोरा थामे नज़र आ रहें है। कुछ तस्वीर में तो इमरान खान को गधे पर बैठा दिखाया गया है। इमरान खान (bhikari) के मुँह पर कालिख पोत दिया गया है। इसपर यूजर खूब जमकर इमरान खान को ट्रोल कर रहें है।
वहीँ पाकिस्तान का कहना है कि गूगल का सीईओ सुन्दर पिचाई खुद भारत के रहने वाले है इसलिए उन्होंने ने गूगल पे ऐसा करवा दिया है।