आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 का फाइनल नजदीक, जाने इस प्रतियोगिता से जुड़ी कुछ रोचक बातें

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Cricket World Cup Fact

Cricket World Cup Fact – आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के नॉकऑउट मैच शुरू होने में बस कुछ ही समय बाकी रह गया है। तीन टीमें आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के सेमी फाइनल में प्रवेश कर चुकी है। बस कुछ ही दिनों में चौथी चौथी टीम का नाम भी पता चल जाएगा। जो इस आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के सेमी फाइनल के लिए क्वालीफाई करेगी। इस समय पूरी दुनिया में क्रिकेट का माहौल है इस ही को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको कुछ ऐसी Cricket World Cup Fact के बारें में बताएंगे। जिनके बारें में आप नहीं जानते है। इतना ही नहीं कुछ Cricket World Cup Fact ऐसे है जिनके जिनको जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

वर्ष 1975 में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप की शुरुआत हुई थी। वर्ष 1975 में शुरू हुए इस आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में देश की आठ टीमें हिस्सा बनी थी। इस आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में कुल 15 मैच खेले गए थे।

# क्या आपको पता है की आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के इतिहास में वर्ष 1987 के वर्ल्ड कप में पहली बार एक न्यूट्र्ल अंपायर खड़ा किया गया था। बहुत काम लोग होंगे जिनको इस बारें में जानकारी होगी।

# पहले आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप तथा वनडे मैचों में 60 ओवर होते थे परन्तु वर्ष 1987 के वर्ल्ड कप से ही ओवरों की संख्या को घटाकर 50 कर दिया गया था। 1987 क्रिकेट वर्ल्ड के मैच की मेजबानी भारत और पाकिस्तान दोनों ने की थी।

# वर्ष 1992 में पहली बार तीसरे अंपायर की शुरुआत की गई थी। यह मैच दक्षिण अफ्रीका के डरबन क्रिकेट ग्राउंड पर टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया था।

# आप देखने होगा की आज जितने भी क्रिकेटकर जो जर्सी पहनते है उनकी जर्सी के पीछे उनका नाम लिखा होता है। परन्तु क्या आपको पता है की खिलाडियों के कपड़ों को उनके नाम के साथ तैयार करने शुरुआत वर्ष 1992 में ही गई।

# आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप इतिहास में वर्ष 1996 के वर्ल्ड कप में इंडिया और श्रीलंका का मैच बीच में ही रोकना पड़ गया था। क्योंकि इस मैच में भारत हार रहा था तो दर्शकों ने इस दौरान ग्राउंड पर बोतलें फेंकना शुरू कर दिया था। यह मैच कोलकाता में खेला जा रहा था।

# वर्ष 2003 में आयोजित किए गए आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप  दुनिया की 14 टीमों ने हिस्सा बनी थी। तथा यह वर्ल्ड कप 43 दिनों तक चला था। जिसमें कुल 54 मैच खेले गए थे।

# इंडिया टीम के पूर्व खिलाड़ी सचिन तेंडुलकर ऐसे पहले खिलाड़ी थे जिन्हें थर्ड अंपायर के निर्णय के बाद रन आउट दिया गया था।

# क्रिकेट की इतिहास की तेज गेंद पहली बार पाकिस्तान के गेंदबाज शोएब अख्तर द्वारा डाली गई थी। इन्होने वर्ष 2003 के वर्ल्ड कप 100mph की रफ़्तार से गेंद की थी।

# वर्ल्ड कप इतिहास में अबक सबसे अधिक मैन ऑफ़ द मैच बनने का रिकॉर्ड इंडिया के सचिन तेंडुलकर के नाम है।

# यदि वर्ल्ड कप में सबसे अधिक मैच खेलने की बात करें तो इस सूची में सबसे ऊपर ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग का नाम आता है। इन्होनें वर्ल्ड कप में कुल 46 मैच खेलें है।

# वर्ष 1975 में खेले गए क्रिकेट वर्ल्ड कप में पूर्व अफ्रीका की टीम ने भी भाग लिया था। जबकि वर्ष 1979  में खेले गए वर्ल्ड कप पूर्व अफ्रीका के स्थान पर कनाडा की टीम को जगह मिली।

# वर्ष 1987 का क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत में आयोजित किया गया था। जबकि इस क्रिकेट वर्ल्ड कप को इंग्लैंड में होना था। बाद में इसके स्थान को बदलकर भारत में शिफ्ट कर दिया गया।

# वेस्टइंडीज एक ऐसी टीम है वर्ल्ड कप के ख़िताब को लगातार दो बार अपने नाम किया है। लेकिन वर्ष 1983 के वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज को हराकर टीम इंडिया ने इस वर्ल्ड कप के ख़िताब को अपने नाम कर लिया।

# 1992 के वर्ल्ड कप में कई नए बदलाव देखने को मिले। इस वर्ल्ड में पहली बार केवल दो खिलाडियों को 30 यार्ड से बाहर खड़े होने की अनुमति दी गई। इससे पहले 15 ओवरों तक केवल 4 खिलाडियों को 30 यार्ड के बाहर रखा जाता था।

# श्रीलंका पहली ऐसी टीम थी जिन्होंने वर्ष 1996 के वर्ल्ड कप शुरू के 15 ओवरों में रन की गति तेज करने की शुरुआत की।

# 2007 का क्रिकेट वर्ल्ड कप ऐसा एकलौता वर्ल्ड कप था जिसमें भारत और पाकिस्तान लीग मैच के दौरान ही वर्ल्ड कप से बाहर हो गए।

# एडम गिलक्रिस्ट की वर्ष 2007 के वर्ल्ड फाइनल में खेली गई 149 रनों की पारी की बदौलत टीम ऑस्ट्रेलिया इस ख़िताब को अपने नाम करने में कामियाब हुई थी।

# पहली बात वर्ष 1992 क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान गेंद का रंग लाल से बदलकर सफ़ेद कर दिया गया था।

अबतक के आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के ख़िताब को सबसे अधिक बार टीम ऑस्ट्रेलिया ने अपने नाम किया है। इसके बाद टीम इंडिया और वेस्टइंडीज का नाम आता है।

ऑस्ट्रेलिया एकलौती ऐसी टीम है जिसनें वर्ष 2003 और 2007 के क्रिकेट वर्ल्ड कप बिना कोई मैच हारे अपने नाम किया था।

वर्ष 2007 का वर्ल्ड कप फाइनल मैच बारिश के चलते 50 ओवर से घटाकर 38 ओवर का कर दिया गया था।

1996 में वर्ल्ड कप आयोजन भारत,श्रीलंका और पाकिस्तान में किया गया था। जिसमें श्रीलंका पहला ऐसा मेजबान देश बना था जिसनें वर्ल्ड कप के ख़िताब को अपने नाम किया हो।

बहुत से लोग इस बात बारें में नहीं जानते है होंगे की वर्ष 1996 में खेले जाने वाले वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज की टीमों ने श्रीलंका में मैच खेलने से मना कर दिया था।

2009 में श्रीलंका पर हुए आंतकी हमले के बाद आईसीसी ने टीम पाकिस्तान से मेजबानी छीन ली गई थी।

युवराज सिंह एक ऐसे एकलौते खिलाड़ी है जिन्हें वर्ष 2011 के वर्ल्ड कप में लगातार चार मैचों में ‘मैन ऑफ द मैच’ के ख़िताब से सम्मनित किया गया था।

दुनिया के मलिंगा एक ऐसे खिलाडी है जिन्होंने वर्ष 2007 के वर्ल्ड कप में लगातार चार गेंदों पर चार विकेटों को अपने नाम किया था।

सुनील गावस्कर ने वर्ष 1975 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ 174 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 36 रन बनाए थे। इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने इंडिया को 335 रनों का लक्ष्य दिया था। जिसके जवाब में इंडिया की टीम 60 ओवरों में 3 विकेट के नुकसान पर 132 रन ही बना पाई थी।

1992 क्व वर्ल्ड कप में श्रीलंका एक ऐसी टीम बनी थी जिसनें पहली बार 300 से अधिक रनों का लक्ष्य का पीछा कर लिया था। तथा इस मैच को अपने नाम किया था। इस मैच में जिम्बाब्वे की टीम ने 313 रनों का लक्ष्य श्रीलंका को दिया था।

भारत की तरफ से मोहिंदर अमरनाथ ने वर्ष 1983 के वर्ल्ड कप में ‘मैन ऑफ द मैच’  का ख़िताब अपने नाम किया था। जबकि टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी शेन वार्न ने 1999 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल  श्रीलंका के  अरविंदा डी सिल्वा ने 1996 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में ‘मैन ऑफ द मैच’ का ख़िताब जीता था।

वर्ष 1987 और 1999 के वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को एक रन से हरा दिया था।

केन्या टीम ने 1996 के वर्ल्ड कप में वेस्ट इंडीज को हरा दिया था। जिसनें पुरे क्रिकेट को जगत को हैरान कर दिया था। बहुत कम लोग इस बारें में जानते होंगे की वर्ल्ड कप के शुरू होने से पहले वेस्टइंडीज के खिलाड़ी ब्रॉयन लारा ने केन्या के एक क्रिकेटर को ऑटोग्राफ देने से इंकार कर दिया था।

दक्षिण अफ्रीका पहली बार वर्ष 1992 के वर्ल्ड कप का हिस्सा बनी थी। क्योंकि नस्लीय भेदभाव वाली व्यवस्था के चलते उन्हें काफी समय तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा था।

पुरे वर्ल्ड कप इतिहास में सचिन तेंडुलकर के नाम सबसे अधिक 2,278 रन है।

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