Chandra Grahan – आज रात से चंद्र ग्रहण लगने वाला है। परन्तु आज जो चंद्र ग्रहण उसको लेकर कहा जा रहा है की ऐसा चंद्र ग्रहण करीबन 149 वर्षों बाद पड़ रहा है। क्योकि इससे पहले कभी भी गुरु पूर्णिमा के दिन ही चंद्र ग्रहण नहीं पड़ा था। यह चंद्र ग्रहण भारत के साथ ही साथ दुनिया भर में देखने को मिलेगा। आज के दिन को आषाढ़ पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। इस बार का यह चंद्र ग्रहण बहुत खास होने वाला है। आज हम आपको इस चंद्र ग्रहण से जुडी कुछ ऐसी बातों के बारें में विस्तार से बताएंगे जिनके बारें में शायद ही आप जानते होंगे।
Chandra Grahan
जाने क्या विशेष है इस बार के Chandra Grahan में
बहुत कम लोग आज के चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) से जुड़ीं कुछ विशेष बातों के बारें में नहीं जानते होंगे। पहला तो यह की करीबन 149 वर्षों के बाद गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण पड़ा है। गुरु पूर्णिमा के दिन हिन्दू और बौद्ध धर्म के सभी नागरिक अपने आध्यात्मिक गुरुओं एवं शिक्षकों का आभार मानते है। तथा उन्हें नमन करते है। इसके अलावा, आज गुरु पूर्णिमा के दिन ही अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा द्वारा Apollo 11 मिशन को शुरू हुए 50 वर्ष पुरे हो गए है। आज ही के दिन पहली बार किसी इंसान द्वारा चाँद पर पहला कदम रखा गया था। इतना ही यह मिशन पूरी तरह से सफल रहा था। इससे पहले गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण वर्ष 1870, 12 जुलाई को पड़ा था। जिसके बाद आज पड़ रहा है। हिन्दू पंचाग के अनुसार, गुरु पूर्णिमा के दिन पड़ने वाले इस चंद्र ग्रहण को खंडग्रास चंद्र ग्रहण के नाम से ही जाना जाता है। इतना ही नही इस चंद्र ग्रहण पर इन निम्न राशियों को रखना होगा खास ख्याल जैसे की –
- मेष: वाणी पर संयम रखें
- वृषभ: स्वास्थ्य का ध्यान रखें
- मिथुन: मित्रों का साथ मिलेगा
क्या आपको पता है की कितने तरह के Chandra Grahan होते है
इस बारें में तो आपको पता ही होगा की चंद्र ग्रहण के दिन पृथ्वी और चाँद आमने सामने आ जाते है। जिसके चलते ही पृथ्वी की छाया चाँद पर पड़ती है। पृथ्वी की छाया से चाँद पूरी तरह से ढँक जाता है। पृथ्वी की छाया चाँद पर दो हिस्सों में पड़ती है। एक होता है केंद्रीय हिस्सा जिसे अंब्र (Umbra) कहा जाता है। तथा दूसरा बाह्य हिस्सा जिसे पेनंब्र (Penumbra) कहा जाता है। जिस समय चाँद पृथ्वी के केंद्रीय छाया की ओर से गुजरता है। इसके अलावा, सूर्य, पृथ्वी और चांद, तीनों एक सीध में आ खड़े होते है।
भारत में कब देख सकते है आप इस चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan ) को
आपको इस बारें में पता हो जरुरी है की आंशिक चंद्र ग्रहण हमेशा पृथ्वी के बाह्य छाया के नजदीक आने के बाद ही शुरू होता है। क्या आपको पता है की आज पड़ना वाला वह चंद्र ग्रहण कब शुरू होगा? तथा इस चंद्र ग्रहण का समापन कब होगा? हम आपको बता दें की चंद्र ग्रहण पुरे 3 घंटे 57 मिनट और 56 सेकंड तक रहेगा। यदि भारतीय समय अनुसार देखें तो यह चंद्र ग्रहण आज यानी की 16 जुलाई की रात्रि 1:31 बजे से शुरू होगा जबकि यह 17 जुलाई सुबह 4:30 तक लगा रहेगा।
जाने दुनियाभर में कहाँ – कहाँ देखने को मिलेगा यह चंद्र ग्रहण
भारत के साथ ही साथ आज गुरु पूर्णिमा के दिन पड़ना वाला 2019 का यह चंद्र ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका समेत यूरोप के कई जगहों पर देखा जाएगा। यदि हम एशिया की बात करें तो उसमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, सिंगापुर, फिलिपींस, मलयेशिया और इंडोनेशिया के साथ ईरान, इराक, तुर्की और सऊदी अरब यह ऐतिहासिक चंद्र ग्रहण देखने को मिलेगा।