अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा को विक्रम लैंडर जो भारत द्वारा चाँद पर भेजा गया था उसके टुकड़े या अवशेष मिल गए हैं। नासा ने बताया की उसका लूनर रिकनैसैंस ऑर्बिटर ने चन्द्रमा सतह पर लैंडर विक्रम के अवशेष ढूढ़ लिए हैं
अमेरिकन स्पेस एजेंसी नासा के मुताबिक लैंडर विक्रम के टुकड़े जहा पर क्रैश हुआ। उसे 750 मीटर दूर मिले हैं और काफी टुकड़े हो गए हैं। विक्रम लैंडर चन्दरयान 2 के द्वारा सितम्बर के महीने मैं छोड़ा गया था। नासा ने बताया था की उसका लूनर रिकनैसैंस ऑर्बिटर उस जगह से गुजरने वाला जहा पर विक्रम लैंडर के मिलने की सम्भवना हैं
इससे पहले लूनर रिकनैसैंस ऑर्बिटर को लैंडर विक्रम की सही तस्वीर नहीं मिल सकीं थी। नासा ने कहा था जब लैंडर विक्रम की लैंडिंग जगह से हमारा लूनर रिकनैसैंस ऑर्बिटर गुजरा तो वहां का
अधिकांश भाग छिप गया था। अक्टूबर के महीने मैं हमारा लूनर रिकनैसैंस ऑर्बिटर फिर वह से गुजरेगा तो साफ़ तस्वीर मिल पायेगी। क्योकि तब वहा रोशिनी साफ़ होगी और साफ़ तस्वीरे मिल पायेगी। लेकिन अक्टूबर मैं भी वह पता नहीं लगा पाए थे
मंगलवार सुबह ही नासा जानकारी दी उसे विक्रम लैंडर मिल गया हैं और पेशे से इंजीनियर शन्मुग ने नासा की तस्वीरे का इस्तेमाल करते हुए। विक्रम लैंडर के मलबे ढूढ़ने मैं ख़ास भूमिका निभाई
लूनर रिकनैसैंस ऑर्बिटर द्वारा ली गयी सेटललाइट तस्वीरे
भारत के राकेट जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लांच व्हिकल-मार्क 3 से 22 जुलाई 2019 को र 978 करोड़ रूपए की लागत द्वारा चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान छोड़ा गया उसके तीन हिस्से थे ऑर्बिटर ,
विक्रम लैंडर और प्रज्ञान
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