16 दिसंबर 2012 को हुए गैंग रेप के आरोपियों को जल्द ही फांसी पर चढ़ा दिया जायेगा। इन चारो आरोपिया को फांसी की सजा पहले ही सुप्रीम कोर्ट दें चूका हैं। अब राज्य सरकार ने भी फांसी की सजा पर मुहर लगा दी। आरोपिया की तरफ से दी दया याचिका को सरकार ने ख़ारिज कर दिया हैं। राज्य सरकार ने फाइल केंद्र सरकार के पास भेज दी और वहाँ से फाइल राष्टपति के पास जो पहुंच गयी हैं।
उम्मीद है वहाँ से भी ख़ारिज हो जाएगी। फांसी की उनकी सजा मुकर्रर हो जायेगी। जल्द ही दोषियों को फांसी पर लटका दिया जायेगा।
❍ फांसी का तख्त हुआ तैयार।
निर्भया गैंग रेप के चारो आरोपियों के लिए फांसी का तख्त तैयार कर लिया गया हैं। जेल प्रशासन ने अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर ली है। उन्हे कभी भी फांसी देने का फैसला आ सकता हैं। वैसे कोई आधारिक फैसला अभी आया नहीं हैं। जेल अधिकरियो ने डमी ट्रायल किया और चारो आरोपियों को अब तिहार जेल मे ही रखा जाएगा।
एक आरोपी को मंडोली जेल,से तिहार जेल शिफ्ट कर दिया हैं।तिहार जेल बंद आरोपिया पर अब सी सी टीवी से निगरानी मे रखा गया है।
जेल नंबर 3 मे चारो आरोपियों के लिए पूरी तैयरियां कर ली गयी है। यही पर चारो को फांसी दी जाएगी। फांसी के लिए ख़ास तरीके की रस्सियों का इंतज़ाम किया गया हैं। जो बक्सर जेल से मंगाई गयी हैं। इन रस्सियों पर मोम लगा होता हैं और यह काफी देर तक इनको नमी में रख कर तैयार किया जाता हैं।
❍ क्या हुआ था 16 दिसंबर 2012 को।
निर्भया अपने दोस्त के साथ मॉल से घर जा रही थी। जहा बस स्टैंड पर यह एक सफ़ेद रंग की बस खड़ी थी। उस के अंदर नाबालिक लड़का था। जिसने कहा यह बस वही जाएगी और वह दोनों उस बस मे बैठ गए। बस के अंदर पहले आरोपियों ने निर्भया के दोस्त मारपीट की उसके बाद बेहोश हो जाने के बाद उसके साथ रेप किया और फिर दोनों को सड़क पर फैक दिया।
तभी किसी ने पुलिस को फ़ोन किया और दोनों को हॉस्पिटल मे भर्ती करवाया। जहा पर दोस्त की थोड़े दिनों बाद हॉस्पिटल से छुट्टी हो गयी लेकिन निर्भया की तबियत बिगड़ती गयी। तभी उसे बेहतर इलाज के लिए सिंगापूर भी ले जाया गया। लेकिन 29 दिसंबर 2012 को उनका देहांत हो गया।
❍ बना नया और सख्त कानून।
इस हादसे के चलते बड़े पर्दशन हुए और सारे आरोपी पकड़े गए और एक आरोपी ने जेल मे ही फांसी लगा ली।
इसी के बाद सरकार ने नए कानून और सख्त बनाये।