हाल ही में हुई कांग्रेस पार्टी की संसदीय दल की बैठक हुई। जिसमे सर्वसम्मति से श्रीमती सोनिया गाँधी को एक बार फिर संसदीय दल का नेता चुना गया है। वैसे इससे पहले श्री राहुल गाँधी को कांग्रेस पार्टी के संसदीय दल का नेता चुना जाना था। परन्तु उसपर कई प्रकार की अटकलें लगाई जा रही थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद राहुल गाँधी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने की पेशकश की गई थी। इन सभी बातों को खत्म करते हुए श्रीमती सोनिया गाँधी को संसदीय दल का नेता बना दिया गया है।
जब कांग्रेस पार्टी द्वारा श्रीमती सोनिया गाँधी को पार्टी का नेता बनाया गया तो उन्होंने इसकेलिए पार्टी का आभार प्रकट किया। इसके अलावा, सोनिया गाँधी द्वारा कहा गया की मैं भारत के उन सभी 12.13 करोड़ मतदाताओं का दिल से धन्यवाद करती हूँ जिन्होंने कांग्रेस पार्टी पर विश्वाश दिखाया है। कांग्रेस पार्टी की इस बैठक को श्री राहुल गाँधी द्वारा सम्बोधित किया गया। इस बैठक के दौरान राहुल गाँधी ने कहा की कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को यह बात याद रखनी चाहिए की हमारी पार्टी भारत के संविधान को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। और उन्होंने यह भी कहा की हम देश के हर नागरिकों के हितो के लिए लड़ रहे है। चाहे वह नागरिक किसी भी जाती या धर्म से ही क्यों न हो।
Shri Rahul Gandhi thanked the voters & Congress workers.
He says, ‘every Congress member must remember that each one of you is fighting for the Constitution, for every person in India irrespective of the color of his skin or belief’. pic.twitter.com/yMtE6IWUXo
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 1, 2019
नए सांसद भी रहे शामिल इस बैठक में
अब देखने वाली बात यह होगी की कांग्रेस पार्टी की इस संसदीय दल की बैठक के बाद पार्टी की रणनीति ने क्या बदलाव देखें जाते है। कांग्रेस पार्टी के 52 नए सांसदों की यह पहली बैठक रही। इतना ही नहीं, कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद राहुल गांधी द्वारा पहली बार पार्टी की किसी बैठक में हिस्सा लिया जा रहा है।
इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस (+ अतिरिक्त) के खातें में मात्र 91 सीटें ही आ पाई है। जबकि एक बार फिर मोदी सरकार देश के सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है। क्योंकि बीजेपी पार्टी इस बार के चुनाव में 350 से अधिक सीटें जीतने में कामियाब रही है। जिसके बाद 30 मई को मोदी द्वारा दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली गई है।