International Tiger Day 2019 – आज पुरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जा रहा है। जिसको ध्यान मर रखते हुए भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश में कुल बाघों की संख्या से जुड़ी एक रिपोर्ट को जारी किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट में देशभर में कुल बाघों की संख्या को बताया है। नरेंद्र मोदी द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट के अनुसार, यह पता चला है की इस समय भारत में बाघों की कुल संख्या 2967 तक पहुँच गई है। अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस 2019 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ऑल इंडिया टाइगर एस्टिमेशन 2018 को भी जारी किया गया है। जिसमें यह पता चला है की वर्ष 2014 में मुकाबले बाघों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। यदि हम वर्ष 2014 में देशभर में मौजूद कुल बाघों की संख्या को देखें तो वह उस समय 2226 थी जोकि अब बढ़कर 2967 तक पहुँच गई है।
International Tiger Day 2019
International Tiger Day 2019 पर भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस नई रिपोर्ट को जारी करने के साथ ही साथ यह कहा गया है की ‘आज, हम यानी की सम्पूर्ण भारतवासी बाघ की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं। सिर्फ घोषित बाघ जनगणना के परिणाम हर भारतीय को खुश करेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा है की 9 साल पहले सेंट पीटर्सबर्ग में यह निर्णय लिया गया था कि बाघों की आबादी को दोगुना करने का लक्ष्य 2022 होगा। हमने इस लक्ष्य को 4 साल पहले पूरा कर लिया है।’ यह हमारे लिए बहुत अधिक ख़ुशी की बात है।
Delhi: Prime Minister Narendra Modi releases All India Tiger Estimation 2018 on #InternationalTigerDay. pic.twitter.com/4y6iemCLzS
— ANI (@ANI) July 29, 2019
इन सब के साथ ही उन्होंने यह भी बताया है की यदि हम वर्ष 2014 में बाघों के लिए प्रोटेक्ट एरियाज की संख्या की बात करें तो वह उस समय 692 थी जोकि अब बढ़कर 860 से भी अधिक हो गई है। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा है की Community Reserve की संख्या में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2014 में यह 43 थी लेकिन वर्तमान समय में यह बढ़कर 100 से भी अधिक हो गई है।
Forest Cover में भी हुई है वृद्धि
International Tiger Day 2019 पर रिपोर्ट्स को शेयर करने के साथ ही साथ नरेंद्र मोदी ने सभी भारतवासी से यह भी कहा है की है सभी भारतवासी को खुदपर गर्व करना चाहिए। उन्होंने ऐसा इसलिए कहा है की क्योंकि टाइगर के लिए दुनिया के सबसे बड़े और अधिक सुरक्षित Habitats की सूची में भारत का नाम भी शामिल है। इसके अलावा, भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा है की हम सभी को इस सहअस्तित्व को भी स्वीकारना चाहिए। तथा सहयात्रा के लाभ को भी अच्छे से समझना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है की पिछले 5 वर्षों में Next Generation Infrastructure को लेकर बहुत तेज गति से कार्य हुआ है। इसके अलावा, देश में Forest Cover भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
बाघों की राजधानी कहा जाता है उत्तराखंड को
विश्व में दिनप्रतिदिन घट रही बाघों की संख्या को लेकर वर्ष 2010 में एक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था जिसमे विश्व के अंदर बाघों की संख्या को लेकर जागरूक किया गया था। यह शिखर सम्मेलन रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित किया गया था। तथा इस दौरान ही इस बात की भी पुष्टि की गई थी की प्रतिवर्ष 29 जुलाई के दिन अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाएगा।