अघोरी साधु (Aghori sadhu) से जुड़ी ये 5 बातें जानकर आप हैरान रह जाएंगे

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Aghori sadhu

आपने अघोरी (Aghori sadhu) साधाओं को तो कई बार देखा होगा। परन्तु आप अघोरी (Aghori sadhu) साधाओं से कुछ ऐसी बातों को नहीं जानते होंगे। आप अघोरी साधाओं किन इन सब बातों को जानकर हैरान रह सकते है। क्या आपको पता है की सभी अघोरी (Aghori sadhu) साधाओं की लाइफ एक सामान्य साधु से बिलकुल विपरीत होती है। इतना ही नहीं वह काफी विचित्र भी होते है। अघोरी साधु देवों के देव महादेव यानी शिव भगवान के बहुत बड़े भक्त होते है। तथा हमेशा वह शिव की भक्ति में लीन होते है। इतना ही नहीं वह कई मुख्य अवसरों पर देश के सभी बड़े-बड़े मंदिरों में शिव भगवान के दर्शन के लिए जाते रहते है। सबसे अधिक संख्या में अघोरी साधाओं को उत्तर प्रदेश के प्रयाग में लगने वाले कुम्भ के मेले में देखा जाता है। वहाँ पर सभी अघोरी साधु कई दिनों तक रहते है। बहुत से लोगों का यह भी मानना है की अघोरी (Aghori sadhu) साधाओं की दुनिया रहस्मय होती है। तथा उनके बारें में किसी सामान्य व्यक्ति को अधिक जानकारी नहीं होती है। आज हम आपको बताने की कोशिश करेंगे की आखिर अघोरी (Aghori sadhu) साधाओं की इस रहस्मय दुनिया का राज क्या है?

आखिर क्यों अघोरी साधु (Aghori sadhu) वस्त्र धारण नहीं करते है

अघोरी साधु भोलेनाथ के बहुत बड़े भक्त होते है। तथा वह अपने शरीर पर वस्त्र बहुत कम बार धारण करते है। इतना ही नहीं अघोरी साधु अपने पुरे शरीर पर राख यानी भस्म लगाए रखते है। बहुत बार तो एक समान्य नागरिक अघोरी साधुओं के के रहन-सहन को देखकर दंग रह जाते है। अघोरी साधु काफी सरल स्वभाव के होते है।

क्या आप जानते है की अघोरी साधू कभी किसी से कुछ नही मांगते है

वस्त्र न धारण के करने के बाद अघोरी साधुओं (Aghori sadhu) में एक यह विचित्र बात होती है की वह कभी किसी से कुछ मांगते नहीं है। जोकि एक सामान्य साधु से बिल्कुल अलग है। तथा एक सामान्य नागरिक इन साधुओं को आसानी से देख नहीं पाता है। यह हमेशा भगवान शिव की तपस्या करने में लगे होते है। एक सामान्य नागरिक तो सिर्फ शमशान में जाने के नाम से भयभीत होने लग जाता है। जबकि आप यह बात जानकार हैरान रह जाएंगे की अघोरी साधु शमशान में ही रहते है। तथा वह सभी शमशाम में ही पूजा अर्चना करते है।

क्या आपको पता है की अघोरी साधु एक मृत शरीर को भी भोजन के रूप में स्वीकार करते है

यदि आप अघोरी साधुओं  के भोजन के बारें में जानेंगे तो आपकी रुंह कांप उठेगी। जब आपको पता चलेगा की अघोरी साधु एक मृत शरीर को भी भोजन के रूप में स्वीकार करते है। इतना नहीं इन्हें जिस प्रकार भी भोजन मिलता है यह उसे ग्रहण कर लेते है। अघोरी साधुओं में काफी अधिक शक्ति होती है। यदि कोई अघोरी साधु अपने मुख से किसी वाणी को निकाल देता है तो वह सही साबित होती है। तथा अघोरी साधुओं (Aghori sadhu) का श्राप भी अधिक तेजी से लगता है। इसलिए आपको अघोरी साधुओं के श्राप से बचना चाहिए।

अघोरी साधुओं मानना है की लोग दुनियादारी और गलत कामों के लिए तंत्र साधना करते है

इनका मानना है की जो भी नागरिक अपने गलत काम के लिए किसी भी प्रकार की तंत्र साधना करते है तो उसे अंत में जाकर आहात ही मिलता है। क्योंकि अघोरियों का यह मानना है की शमशान ने तो सिर्फ शिव भगवान का ही वास है। तथा भगवान शिव की उपासना करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

भूतों से बचने के लिए एक खास मंत्र  होता है अघोरी साधुओं के पास

आप नहीं जानते होंगे की अघोरी साधुओं (Aghori sadhu) के पास ऐसे मंत्र भी होते है जिससे वह भूत-प्रेत निजात पाया जा सकता है। इतना ही नहीं अघोरी साधु अगरबत्ती, धूप लगाकर दीपदान करने के साथ ही मंत्रों का जाप करते हुए चिता की चारों ओर लकीर खींच देते है। जिसके बाद वह तुतई बजाना आरम्भ कर देते है। क्योंकि कहा जाता है की ऐसा करने से अन्य प्रेत-पिशाचों को चिता की आत्मा दूर भगाया जाता है। ताकि अघोरियों की तपस्या में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।

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