Facts About Bhangarh Fort – पूरी दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जहाँ पर आपको विभिन्न प्रकार के धर्मों की विभिन्न विधारधाराओं के बारें में जानने का मौका मिलता है। आज हम आपको भारत के राजस्थान शहर से जुडी कुछ अनसुनी बातों के बारें में विस्तार बताएंगे। राजस्थान के सांस्कृतिक विकास और भौतिक स्तिथि स्थिति के बारें में अच्छे से जान सकते है। आज हम आपको राजस्थन के भानगढ़ किले से जुडी रोचक तथ्यों के बारें में विस्तार से बताएंगे। क्या आपको पता है की राजस्थान में स्थिति इस भानगढ़ किले (Facts About Bhangarh Fort) का निर्माण कब किया गया था। इस किले का निर्माण वर्ष 1573 में आमेर के राजा भगवानदास द्वारा किया गया था।
Facts About Bhangarh Fort
- राजस्थान में स्थिति इस भानगढ़ किले को अलवर के जिले में अरावली पर्वत श्रंखला की ऊंचाई बनाया गया है।
- यदि आप दिल्ली के निवासी है तो आप मात्र 235 किलोमीटर की दुरी को तय करके आप राजस्थान में स्थिति भानगढ़ किले तक पहुँच सकते है।
- कहा जाता है की भानगढ़ किले के प्रसिद्ध शासक माधो सिंह की मृत्यु होने के बाद इस भानगढ़ किले का राजा उनके बेटे छतरसिंह को बना दिया गया था। छतरसिंह की भी वर्ष 1630 में मृत्यु हो गई थी। उनकी मृत्यु एक युद्ध के दौरान हुई थी।
- जिसके बाद वर्ष 1720 में भानगढ़ राज्य का और इस किले का राजा जयसिंह को बना दिया गया था जयसिंह आमेर के भी राजा थे।
- बहुत कम लोग इस बारें में जानते है की जब भानगढ़ को आमेर राज्य से मिला दिया गया था तो उसके बाद यहाँ की स्थिति काफी अधिक दयनीय हो गई थी। इतना ही नहीं यहाँ पर पानी की भी कमी होने लग गई थी। जिसके चलते वर्ष 1783 में इस जगह आकाल (Facts About Bhangarh Fort) की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
- आपने बहुत बार यहाँ के स्थानीय लोगों से भानगढ़ के किले के बारें में भूतियाँ बातें सुनी होंगी। इस बात को ही ध्यान में रखते हुए भारत के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग विभाग द्वारा भानगढ़ किले की यात्रा की गई तथा परन्तु कहा जाता है की इस भानगढ़ किले (Facts About Bhangarh Fort) में सूर्यास्त के बाद प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
- इस किले के आस- पास निवास करने वाले लोगों का यह कहना है की इस किले के अंदर किसी आत्मा का वास है इतना ही नहीं यह भी कहा जाता है की भानगढ़ का किला हर वर्ष अधिक से अधिक संख्या में सेनानियों को किले की ओर आकर्षित करता है।
- कम ही लोग इस किले के बारें में यह जानते है की इस भानगढ़ के किले की प्रमुख संरचनाओं में कुछ प्रसिद्ध मंदिर भी शामिल है जिसमें “भगवान सोमेश्वर मंदिर”, “गोपीनाथ मंदिर”, “मंगला देवी मंदिर” और “केशव राय मंदिर” का नाम आता है।
- आप यदि इस किले तक पहुँचना चाहते है तो आप वायु सेवा की सहायता से सरलता पहुँच सकते है। इस किले के नजदीक जयपुर में स्थित सतेंदर एयरपोर्ट् है जहाँ से इस भानगढ़ किले की दुरी मात्र 56 किलोमीटर है।
- इसके अलावा आप दौसा रेलवे स्टेशन से भानगढ़ किले तक पहुँच सकते है। दौसा रेलवे स्टेशन इस भानगढ़ किले से मात्र 22 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।