बोर्ड्स एग्जाम आते ही बच्चों पर दबाव बढ़ जाता है। हर कोई विद्यार्थी चाहता है की उसको अधिक नंबर मिले। इसके लिए बच्चे रात रात भर पढ़ते है , रीविजिन, मॉक टेस्ट, वाइवा , प्रैक्टिकल और न जाने क्या क्या । सामाजिक और पारिवारिक दबाव भी इतना होता है की विद्द्यार्थी स्ट्रेस में आ जातें हैं ।
अच्छी परीक्षा देने के लिए आपको दिन भर स्ट्रेस ले के पड़ने की जरुरत नहीं है , अगर आपका मन शांत और दिल खुश हो तो आप ज्यादा पढ़ सकते हैं , अगर आप स्ट्रेस ले के घंटो भी बिता देंगे तो न ये आपके दिमाग को बल्कि शरीर को भी नुक़सान पहुँचता है । आज के स्मार्ट युग में चाहिए की आप एक स्मार्ट टेक्निक लगा के एग्जाम की तयारी करें , इस से मिलेंगे आपको मन चाहे नंबर साथ ही आप कहलायेंगे एक स्मार्ट स्टूडेंट ।
एग्जाम टाइम में न सिर्फ स्टूडेंट्स बल्कि पेरेंट्स की भूमिका भी अहम् हो जाती है , अगर स्मार्ट स्टूडेंट के साथ स्मार्ट पेरेंटिंग की जाए तो स्टूडेंट को अव्वल आने से कोई नहीं रोक सकता ।
❒ क्या करें पेरेंट्स
पेरेंट्स को चाहिए की एग्जाम टाइम में बच्चों पर अतरिक्त दबाव न डाले , घर का माहौल शांत और खुशनुमा बना कर रखें । इस नाजुक समय में हमेशा अपने बच्चे को मोटिवेटेड रखें , उसका दोस्त बनकर उसकी पढाई पर फोकस रखें । आप दोनों मिलकर उसके लिए रोज छोटे छोटे गोल सेट कर सकते हैं। साथ ही अपने बच्चे का खान पान का भी पूरा ध्यान रखें। क्यूंकि अच्छी सेहत से ही आता है अच्छा दिमाग ,
आप एग्जाम तक घर में पिज़्ज़ा बर्गर जैसे पदार्थ एकदम ही बंद कर दें , कुछ दिनों तक शुद्ध पौष्टिक भोजन का ही सेवन करें और ध्यान रखें कहीं आपका बच्चा अधिक सोशल मीडिया या ऑनलाइन गेम्स में तो लिप्त नहीं है। इसके साथ ध्यान दे आप अपने बच्चे की समय समय पर काउंसलिंग करते रहें , और उस से ये आभास दिलाते रहें की उसपर कोई दबाव नहीं है ।
❒ अपनाएं योग
योग करने के फायदे तो आप सब को पता ही हैं , पर कुछ एक ऐसे आसन है जिन्हे नियमित रूप से करके आप अपनी स्मरण सकती बढ़ा सकतें हैं , अच्छी पढाई के साथ जरुरी है अच्छी समरण शक्ति। हमेशा याद करने के लिए छात्र अपने दिमाग पर अतरिक्त दबाव डालते रहते हैं , जिससे उन्हें जो याद होता है वो भी भुला देते हैं । अपनी स्मरण शक्ति बढ़ने के लिए करें ज्ञान मुद्रा का अभ्यास करें ।
❒ ज्ञान मुद्रा
ज्ञान मुद्रा का नियमित अभ्यास करके मेमोरी पावर बढ़ाई जा सकती है , ये ही नहीं इस मुद्रा से आटिज्म का भी उपचार किआ जा सकता है । आटिज्म से ग्रस्त रोगियों के लिए ये मुद्रा वरदान से काम नहीं हैं , आटिज्म के लक्षण को कण्ट्रोल करती है ज्ञान मुद्रा ।
ज्ञान मुद्रा से हमारे दिमाग में स्थित पिट्यूटरी और पीनियल ग्रंथि प्रभावित होते हैं , इस से हमारी मेमोरी पावर यानी की स्मरण शक्ति बढ़ती है । साथ ही हमारे शरीर से नेगेटिव एनर्जी हटा के हमेशा शान्ति का आभास करवाता है , इस से हमारा मन एकाग्र होता है ।
❒ कैसे करें ज्ञान मुद्रा
सबसे पहले शांत मन से किसी शांत वातावरण में बैठे। याद रखें बैठते हुए आपको परेशानी न हो , इसके लिए जगह अपनी पसंद की चुने । अब अपनी तर्जनी ऊँगली को अपने हाथ के अग्र भाग से मिलाएं, बाकी बची हुई ऊँगली सीधी रखें । आँख बंद करके धीरे धीरे लम्बी लम्बी सांस ले । शुरुवात में आप इसको 5 मिनट से शुरू करके बाद में समय बढ़ा सकतें हैं । धीरे धीरे आप देखेंगे आपका मन शांत हो रहा है और मन एकाग्र होने लगा है ।
❖ और पढ़े
➥ करीना कपूर की नूट्रियनिस्ट से जाने रोज आंवला खाने के फायदे
➥ FD करवाने वालों को बड़ा झटका , SBI ने किए कई बदलाव , पढ़ें पूरी खबर
➥ चीन के वुहान शहर से डराने वाली सैटेलाइट तस्वीरें, देख कर चौंक जाएंगे आप
➥ दोषी बेटे की माँ ने निर्भया की माँ से मांगी माफ़ी कहा-मेरे बेटे को माफ़ कर दो
➥ जानिये ईरान-अमेरिका की जंग का क्या हो सकता है अंजाम।