Cookie Jarring: प्यार का खेल या इमोशन्स के साथ मज़ाक?

आजकल सोशल मीडिया पर बहुत तरह के नए रिलेशनशिप ट्रेंड सामने आ रहे हैं। इन्हीं में से एक है “कुकी जर्रिंग” (Cooking Jarring). इस डेटिंग-ट्रेंड में कोई व्यक्ति अपने पहले रिश्ता होने के बावजूद दूसरे विकल्पों को बैकअप के तौर पर संभाल कर रखता है। ठीक वैसे ही जैसे कुकीज़ जार में रखकर ज़रूरत पड़ने पर उपयोग की जाती हों।
विस्तार से समझते हैंकि कुकी जर्रिंग क्या होता है? व्यक्ति आपकी तरह ही आपको पूरी तरह से चुनेगा लेकिन फिर भी बैकअप के लिए कोई और साथ हो। अगर कहीं मुख्य साथी साथ छोड़ दे तो उनके पास विकल्प मौजूद रहे। कुकी जर्रिंग करने वाला व्यक्ति अक्सर स्पष्ट रूप से कमिटमेंट नहीं देता है, वह रिश्ता बस ऊपर-ऊपर निभाता है और गंभीर या गहरी बातें करने से बचता है।

कैसे पहचानें कि आपको कुकी जर्रिंग किया जा रहा है?
- अगर आप ध्यान दें अपने रिश्ते में कुछ आदतों और संकेतों की मदद से पहचान सकते हैं:-
- रिश्ते के बारे में साफ़ बातें न करना यानी आप पूछें तो बस कहना कि “देखेंगे आगे क्या होता है” या “अभी सीरियस होने की ज़रूरत नहीं है”।
- कभी पास, कभी दूर रहना यानी एक दिन बहुत प्यार जताएँगे और अगले ही दिन अचानक से दूरी बना लेंगे।
- अपने लोगों से न मिलवाना यानी आपका पार्टनर अपने दोस्तों या परिवार से मिलाने से कतराता है।
- भविष्य की बातें टालनायानी शादी, साथ रहने या आगे की किसी भी योजना पर चर्चा हो उनका कहना, “अभी तय नहीं है” या “बाद में सोचेंगे”।
- आपको लगे कि आप उनकी पहली पसंद नहीं, बल्कि सिर्फ ज़रूरत पड़ने पर काम आने वाला विकल्प हैं।

रिश्ते और इंसान पर असर
मन की असुरक्षा - जब पार्टनर का बर्ताव कभी पास और कभी दूर वाला हो, तो इंसान को खुद पर और रिश्ते पर भरोसा धीरे-धीरे खोने लगता है।
भरोसा टूटना - अगर आपको लगने लगे कि आप उनकी पहली पसंद नहीं हैं, तो धीरे-धीरे रिश्ते पर से विश्वास कम होने लग जाता है।
आत्मसम्मान को चोट - जब लगे कि आप सिर्फ “बैकअप” हैं, तो मन में यह सोच बैठ जाती है कि “मैं उनके लिए उतना मायने नहीं रखता/रखती” हूँ। इससे आत्मसम्मान पर असर भी गहरा पड़ता है।
कुकी जर्रिंग से कैसे बचें?
- शुरुआत में ही साफ़ बातें करें कि अगर आप रिश्ते में भविष्य या कमिटमेंट चाहते हैं, तो शुरुआत से ही यह साफ़ करके चले।
- खुलकर बातचीत करें जिससे अगर पार्टनर का बर्ताव आपको परेशान कर रहा है, तो मन में दबाने के बजाय आप सीधा उनसे अपनी बात कह सकें।
- खुद की अहमियत को समझें और याद रखिए कि आप सिर्फ बैकअप बनने के लिए नहीं बने हैं। आपकी भावनाएँ भी ज़रूरी हैं।
- जरूरत हो तो आगे बढ़ें जिससे अगर बार-बार रिश्ते में कन्फ्यूज़न है और आपको थका रहे हैं, तो अपने भले के लिए आगे बढ़ने का फैसला करें।
कुकी जर्रिंग असल में प्यार नहीं बल्कि एक सुरक्षा जाल है। अगर आपका पार्टनर आपको सिर्फ बैकअप की तरह ही ट्रीट करता है, तो यह आपके भरोसे और इमोशन्स को चोट पहुँचा सकता है। ऐसे में सबसे ज़रूरी है कि आप खुद को प्राथमिकता दें और सही फैसला लें।
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