National Sports Awards 2019: दीपा मलिक तो आपको याद ही होगी जिसने वैश्विक मंच पर भारत का नाम रोशन किया था। हाँ, वही दीपा मलिक (Deepa malik) जो रियो पैरालंपिक में रजत पदक जीतने में सफल रही थी। कल मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन और नेशनल स्पोर्ट्स डे (National Sports Day) के मौके पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रियो पैरालंपिक में रजत पदक पाने वाली पैरा एथलीट दीपा मलिक को खेल के सर्वोच्च पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा है। उन्हें यह सम्मान पैरा खेलों में महत्वपूर्ण उपलब्धियों के लिए दिया गया है। खेल रत्न प्राप्त करने के बाद दीपा कहती हैं कि अब उनमें कुछ ज्यादा करने का जोश और अधिक बढ़ गया है।
National Sports Awards 2019: Deepa Malik Wins Khel Ratna Awards for Tremendous Performance in Paralympic
शरीर का निचला हिस्सा है संवेदन शून्य – Deepa Malik
आपको शायद यह नहीं पता होगा कि दीपा मलिक के शरीर का निचला हिस्सा है संवेदनशून्य। उनके केवल हाथ ही काम करते हैं और परिस्थितियों के प्रति उनका सकारात्मक नजरिया उन्हें काफी आगे ले जाता है। जब दीपा छह साल की थी तो उन्हें स्पाइनल कॉर्ड में ट्यूमर हुआ था जिसको ऑपरेशन के बाद निकाल दिया गया था। उनकी शादी हो चुकी है और दो बेटियां भी है। 3 जून, 1999 को शादी के लगभग दस साल बाद दीपा आखिरी बार अपने पैरों से चलकर ऑपरेशन थिएटर गईं थी। तीन ऑपरेशन और 183 टांकों के बाद उनकी छाती से नीचे के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। लेकिन उनकी ये कमी कभी भी उन्हें रोक नहीं पाई और ना ही वो थकी। उन्होंने उठना-बैठना सीखा और खेलों में नाम कमाकर दुनिया के सामने एक मिसाल बन गईं।
फिट इंडिया मूवमेंट की बनी उदहारण – Deepa Malik Becomes an Inspiration for “Fit India Movement”
दिव्यांग लोगों के लिए दीपा एक सजग उदहारण है। वो एक ऐसी महिला है जिन्होंने दिव्यांगता को कभी भी अपने जीवन पर हावी नहीं होने दिया। उन्होंने अपना रास्ता खुद बनाया और देश का सिर गर्व से कई बार ऊँचा किया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया। राष्ट्रपति द्वारा उनकी मेहनत और खेल के प्रति उनकी लग्न को एक बार फिर से सम्मानित किया गया है।
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— Doordarshan Sports (@ddsportschannel) August 29, 2019
देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ मिलन के बाद दीपा मालिक को लगता है कि एक मंजिल तो मिली है लेकिन अब उन्हें कुछ नया करना है। दीपा खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट बनाए रखने के लिए कड़े नियमों का पालन करती है। यही कारण है ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ की दीपा मलिक की एक सजग उदहारण हैं।
दिव्यांग खिलाडियों को मिलेगा बल
दीपा मालिक (Deepa Malik) को खेल रत्न मिलने के साथ ही ये निश्चित हो गया था की इसे दिव्यांग खिलाडियों को प्रोत्साहन मिलेगा (National Sports Awards 2019)। दीपा मालिक की तरह वो भी खेल में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित होंगे।