Sonam Wangchuk Supreme Court Case : सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर पत्नी सुप्रीम कोर्ट पहुँचीं!

लद्दाख के जेन-ज़ी प्रोटेस्ट के प्रमुख सक्रियक सोनम वांगचुक को 26 सितंबर 2025 को गिरफ्तार किया गया। उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें जोधपुर केंद्रीय जेल, राजस्थान स्थानांतरित किया गया।
क्यों गिरफ्तार किया गया?
Sonam Wangchuk Supreme Court Case: सरकार का आरोप है कि वांगचुक ने प्रदर्शन को भड़काने में भूमिका निभाई है, और उन्होंने “प्रोवोकेटिव बयानों” का हवाला दिया है।
लद्दाख पुलिस और प्रशासन ने यह दावा किया कि वांगचुक ने छठी अनुसूची (Sixth Schedule) की माँग और राज्य-स्वायत्तता आंदोलन को बाधित करने की मंशा से सरकार की बातचीत प्रक्रिया को “साबोटाज” किया।
इसके अतिरिक्त, पुलिस एक पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव के साथ वांगचुक की कथित संबंध को भी जाँचना चाह रही है।
पत्नी की कार्रवाई
Sonam Wangchuk Supreme Court Case: वांगचुक की पत्नी गितांजली जे. एंगमो ने 2 अक्टूबर 2025 को सुप्रीम कोर्ट में एक हैबियस कॉर्पस याचिका दायर की, जिसमें उनकी गिरफ्तारी को अवैध बताया गया और तत्काल रिहाई की माँग की गई।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अपने पति की सेहत, हिरासत की स्थिति या गिरफ्तारी के औपचारिक आरोपों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
एंगमो ने पाकिस्तान संबंधी आरोपों को “मिसप्लेस्ड” कहा है और इस पूरे मामले को राष्ट्र विरोधी नरेटिव के रूप में पेश किया जा रहा है, जो सही नहीं है।
प्रतिक्रिया और स्थिति
- इंटरनेट सेवा लेह में निलंबित कर दी गई थी।
- हिंसा में चार लोगों की मौत और काफी लोगों के घायल होने की खबरें मिली हैं।
- सरकार ने वांगचुक की गैर-सरकारी संस्था SECMOL की विदेशी योगदान (FCRA) पंजीकरण रद्द कर दी।
- विरोधी नेता, नागरिक समाज समूह और लागू क्षेत्र में कई जगह प्रदर्शन हो चुके हैं, उन्हें लोकतंत्र पर हमला कह कर आलोचना की जा रही है।
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