किस दिन होगा मोदी का शपथ ग्रहण समारोह कौन से देश होंगे इसमें शामिल

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मोदी का शपथ ग्रहण समारोह

हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजीपी सरकार को एक ऐतिहासिक जीत हासिल हुई है। मोदी सरकार ने इस बार 543 लोकसभा सीटों में से 353 सीटों पर रिकॉर्ड जीत प्राप्त की है। इसके अलावा, अगर कांग्रेस पार्टी की बात करे तो इस बार कांग्रेस पार्टी के 91 एमपी ही जीत हासिल करने में कामियाब हुए है। वही अन्य खातें में भी सिर्फ 98 सीटें ही आ पाई है। न परिणामो के आने के बाद से ही नई केंद्र सरकार की सम्पूर्ण रूप से गठन करने की प्रक्रिया को तेज गति शुरू कर दिया गया है।

इतना ही नहीं भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को मौजूदा लोकसभा को भंग करने की पेशकश की जा चुकी है। इसके अलावा, नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति को इस्तीफ़ा दे दिया गया है। जिसके बाद उनका इस्तीफा आधिकारिक तौर पर स्वीकार कर लिया है।

हम आपको बता दें की 25 मई 2019 को बीजेपी पार्टी के सभी सांसदों की बैठक होगी। जिसमे सभी सांसदों द्वारा प्रधानमंत्री के रूप में एक फिर से नरेंद्र मोदी को चुना जाएगा। फिर बीजेपी पार्टी के नेता नरेंद्र मोदी द्वारा सरकार बनाने हेतु राष्ट्रपति से मुलाकात की जाएगी। 2014 के बाद एक बार फिर नरेंद्र मोदी द्वारा 30 मई 2019 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली जाएगी। वैसे अभी इसकी किसी भी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

वैसे बताया जा रहा है की नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में लिए जाने वाले शपथ ग्रहण समोराह में दुनियाभर से मशूहर नेता शामिल होंगे। इसमें अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस का नाम से सबसे आगे है। इतना ही नहीं इस शपथ ग्रहण समारोह में इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) से भी कुछ महत्वपूर्ण देशो के शासनाध्यक्षों को शामिल किया जाएगा।

शपथ लेने के बाद गांधीनगर-वाराणसी जाएंगे पीएम नरेंद्र मोदी

बताया जा रहा है की प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नरेंद्र मोदी अपनी माँ का आशीर्वाद लेने गाँधीनगर जाएंगे। इतना ही नहीं माँ का आशीर्वाद लेने के बाद वह अपने संसदय क्षेत्र सभी मतदाताओं से मिलने वाराणसी पहुँचेगे। ऐसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 में मिली लोकसभा जीत के बाद भी चुके है।

नहीं दिखेंगे नए मंत्री मंडल ने अरुण जेटली

अरुण जेटली की काफी समय से तबियत ख़राब चल रही है। इतना ही नहीं वह अपने इलाज के लिए ब्रिटेन या अमेरिका जाना होगा। ऐसी बात को ध्यान में रखते हुए इस बार वित्तमंत्री रह चुके अरुण जेटली को मोदी सरकार की नई कैबिनेट में शामिल नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, ऐसा कहा जा रहा है की पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को कैबिनेट मंत्रियो की सूची में शामिल किया जा सकता है। इतना ही नहीं उन्हें गृह,वित्त,विदेश या रक्षा मंत्रालय जैसा अहम विभाग मिल सकता है।

ऐतिहासिक जीत के बाद मोदी ने छूए लाल कृष्ण आडवाणी के पैर

बीजेपी पार्टी के केंद्र में एक बार फिर से आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र द्वारा पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से घर जाकर मुलाकात की। इस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही साथ अमित शाह और पार्टी के प्रमुख नेता भी शामिल रहे। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा की भारतीय जनता पार्टी इस ऐतिहासिक जीत का सारा श्रेय आदरणीय आडवाणी जी और मनोहर जोशी से महान नेताओं को जाता है। क्योंकि इतने लम्बे समय से पार्टी के साथ जुड़े हुए है तथा इन्होने ही पार्टी को एक नई विचारधारा दी है।

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