कनाडा के एक मनोवैज्ञानिक हैं psychologist jordan peterson , ये यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोर्रेंटो से पढ़े हुए हैं। ये एक सफल मनोवैज्ञानिक हैं और इन्होने कई लोगों की जिंदगी बदली है। अपने करियर में इन्होने कई लोगों का इलाज किया और अपने अनुभवों पर एक किताब लिखी है (rules of happy life by jordan peterson) , ये किताब अपने टाइम की बेस्ट सेलर है और इस किताब के सहारे कई लोगों ने अपनी जिंदगी बदली है, इस किताब में जॉर्डन ने जीवन जीने के 12 नियम बताएं हैं।
आइये देखते हैं क्या हैं वो 12 नियम
1) सीधे खड़े रहें और अपने खंधे पीछे रखे
जोर्डन कहते हैं जब भी हम किसी से बात करते हैं हमें एकदम सीधे खड़े रहना चाहिए और खंधे पीछे रखने चाहिए इस से हमारे अंदर का आत्मविश्वास बढ़ता है। जॉर्डन कहते हैं झींगा मछली के अंदर एक केमिकल होता उसे SEROTNIN कहते हैं जब एक झींगा मछली दूसरी झींगा मछली से लड़ाई में जीत जाती है तो जीतने वाली मछली सीधे खड़ी हो जाती है। मनुष्य झींगा मछली नहीं है पर जॉर्डन कहते हैं हमें इन से सीखना चाहिए और हमेशा ये सोचना चाहिए की हम जीत रहें हैं ऐसा करने से लोग हमारी बात ज्यादा गौर से सुनेंगे। अगर हम कंधे झुका के चलेंगे तो हम हारे हुए दिखाई देते हैं। how to make life happy
2) खुद से करें प्यार
जॉर्डन कहते हैं हमें खुद से वैसा प्यार करना चाहिए जैसे हम अपने करीबियों से करते हैं। अगर हम खुद को अपने करीबियों जैसा प्यार करेंगे तो कभी गलत कदम नहीं उठाएंगे। अगर आप खुद को अपने जीवनसाथी की तरह प्यार करेंगे तो आप कभी जंक फ़ूड नहीं खाएंगे क्यूंकि आप कभी नहीं चाहेंगे की आपका जीवन साथी जंक फ़ूड खाये। जॉर्डन कहते हैं हम जीवन भर अपना सारा प्यार दुसरो को ही दे देते हैं और अपने लिए कुछ रखते ही नहीं। इसलिए सफल होने के लिए जरुरी हैं हम खुद से भी प्यार करें।
3) सिर्फ अच्छे लोगों से करें दोस्ती
जॉर्डन कहते हैं जीवन में सिर्फ उन लोगों से दोस्ती करें जो आपका भला सोचते हैं, जॉर्डन कहते हैं जीवन में सब दोस्त आपके दोस्त नहीं होते। अगर आपके दोस्त आपको प्रोत्साहन या आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं तो ही वो आपके दोस्त हैं। बहुत से लोग हमारी सफलता से ईर्ष्या करते हैं वो आगे आगे तो दिखावा करते हैं की वो हमारे शुभचिंतक हैं पर कभी हमें आगे नहीं बढ़ने देना चाहते। ऐसे लोग हमारी सफलता के लिए बाधा हैं। इसलिए ऐसे लोगों को दोस्त बनाना चाहिए जो हमारी ख़ुशी में ही खुश रहते है न की हमारे दुःख में।
4) अपनी तुलना खुद से कीजिये
जॉर्डन कहते हैं सफल बनने के लिए जरुरी है आप तुलना कीजिये पर ये तुलना आप खुद से कीजिये , आप अतीत में क्या थे और अब क्या हैं ? आप खुद से पूछिए क्या मैं पिछले समय से अबतक कोई सफल इंसान बन पाया हूँ । ऐसा करने से ही आप आगे बढ़ पाएंगे अगर आप अपनी तुलना किसी और से करेंगे तो आपको तनाव होगा और वो आपके लिए बहुत बुरा है क्योंकि हम सब का जीवन अलग है हम सब की मंज़िल अलग अलग है तो अगर आप गलत तुलना करेंगे तो हमेशा गलत जगह ही पहुंचेंगे इसलिए खुद को ही खुद का प्रतिद्व्न्दी समझें।
5 ) अपने बच्चों को कुछ गलत न करने दें
ये सलाह उन लोगों के लिए है जो पेरेंट्स हैं, जॉर्डन कहते हैं अपने बच्चों को वो चीज न करने दे जिस से आप उनसे नफरत करने लगे। अगर आपका बच्चा कुछ मान नहीं रहा तो आप उसे आराम से समझा सकते हैं, अगर कोई चीज उसके लिए गलत है तो उसे वो न करने दें क्योंकि इस से न आपके मन में बल्कि लोगों के मन मैं भी आपके बच्चे के लिए घृणा उत्पन्न हो जायेगी इसलिए जरुरी है आप अपने बच्चे को एक अच्छा इंसान बनाएं।
6) दुनिया की आलोचना से पहले खुद को देखें
जॉर्डन कहते हैं हम किसी की भी आलोचना करने मैं सबसे आगे रहते हैं। हमें आलोचना से पहले ये देखना चाहिए क्या हम इसकी आलोचना करने के क़ाबिल हैं। जितना समय हम किसी की आलोचना करने मैं व्यर्थ करते हैं अगर उस समय को खुद के लिए सदुपयोग करें तो हम काफी अच्छे इंसान बन सकतें हैं। इसलिए खुद को काबिल बनाने के लिए मेहनत करनी चाहिए न की दूसरों की आलोचना करने मेँ।
7) सार्थक काम करें, आसान नहीं
जॉर्डन कहते हैं बहुत से लोग जीवन मेँ आसान काम करना चाहते हैं। वो आसानी से पैसे कमाना चाहते हैं और इसलिए वो कोई भी काम करने लग जाते हैं पर हमें जीवन मेँ ऐसा नहीं करना चाहिए। हमें जीवन मेँ ऐसा काम करना चाहिए जिसके लिए हम बने हैं जो हमारे लिए सार्थक है । हमें हमेशा लॉन्ग टर्म सोचना चाहिए और पूछना चाहिए क्या ये काम मुझे मेरी मंज़िल तक ले जाएगा। हमें फ़ालतू के और आसान काम करके अपना जीवन व्यर्थ नहीं करना चाहिए, अगर हम सार्थक काम करते हैं तो हम जल्दी सफल हो सकतें हैं।
8) सच बोलिये, वरना मत बोलिये
जॉर्डन कहते हैं हमारा समाज भरोसे पर टिका है अगर इसमें भरोसा न हो तो कोई किसी पर विश्वास नहीं करेगा।
इसलिए इस भरोसे को बनाये रखने के लिए हमेशा सच बोलना चाहिए , अगर हम अपने रिलेशनशिप मेँ झूठ बोलते हैं तो उस रिलेशनशिप का कोई मतलब नहीं रह जाता। विश्वास से ही हम जीवित रह सकते हैं , सच ही इस विश्वास को जीवित रखता है। अगर हम किसी हालत मेँ सच नहीं बोल सकते तो हमे वहां झूठ नहीं बोलना चाहिए। हमें उस परिस्थिति मेँ चुप रहना चाहिए।
9) हमेशा दूसरों से सीखें
जॉर्डन कहते हैं हमें हमेशा दूसरों से सीखना चाहिए, हमें किसी से बात करते वक़्त ये देखना चाहिए की बोलने वाला व्यक्ति हमें क्या सीखा सकता है क्योंकि हर व्यक्ति के पास जीवन का अलग अनुभव होता है। अगर हम सब जगह अपना ही ज्ञान बाटेंगे और दूसरे व्यक्ति की बात नहीं सुनेंगे तो हमारा ज्ञान सिमित ही रह जाएगा।
10) साफ़ और सटीक बोलें, बात न घुमाएं
जॉर्डन कहते हैं, अगर आपको किसी व्यक्ति को कोई बात बतानी है तो उसे सरल और आसान शब्दों मेँ समझाएं हमेशा उस भाषा का इस्तेमाल करें जिसे अगला व्यक्ति समझ सकता है। जो व्यक्ति अपनी बातों को सरल शब्दों मेँ बता सकतें हैं वो हमेशा सफल होते हैं।
11) किसी खेलते हुए बच्चे को न रोकें
ये वाक्य आपको पढ़ने मेँ अटपटा लग सकता है पर इसका मतलब है हमें बच्चों पर गैर जरुरी प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए बहुत से लोग बच्चों को बिना बात के रोक देते हैं इस से वो अपनी मर्जी बच्चो पर थोपते हैं। इसलिए जीवन मेँ कभी भी किसी को इसलिए न रोकें क्योंकि वो आपके मन मुताबिक काम नहीं कर रहा है।
12) सड़क पर कुत्ता मिल गया तो उसे दुलारें
ये बात आपको पढ़ने मेँ अटपटी लग सकती है पर इस वाक्य के अंदर जॉर्डन कहते हैं अगर आपको रास्ते मेँ चलते हुए कहीं कुत्ता या बिल्ली मिल जाए तो उसे हमेशा दुलारना चाहिए इसका मतलब है आप जीवन मेँ कितने भी व्यस्त हों पर हमेशा आनंद लेना न भूलें। सोचिये आप काम से किसी सड़क से जा रहें हैं और सड़क पर एक कुत्ता आपके आगे पीछे घूमने लगे तो आपको कितना अच्छा लगेगा आप रुकेंगे और उसे दुलारेंगे ठीक इसी प्रकार आपको व्यस्त रहते हुए भी आनंद भी लेना चाहिए।
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