Bilaspur Tragedy: पहाड़ टूटा, बस दबी, 18 की मौत!

Himachal News : हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में मंगलवार शाम में हुआ एक हादसा, उसने पूरे प्रदेश को हिला दिया। भारी बारिश के बीच एक निजी बस पर पहाड़ का मलबा गिर गया, जिससे बस पलटकर मलबे में ही दब गई। देखते ही देखते सवारियां चीखने लगीं और सड़क पर अफरातफरी मच गई।
हादसा इतना ज्यादा भयानक था कि 18 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई यात्री अभी तक लापता हैं। एनडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय लोग पूरी रात मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने में जुटे रहे। यह हादसा सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि पहाड़ों की नाजुक धरती अब और बोझ नहीं झेल पा रही है।
पहाड़ का कहर
- मंगलवार शाम लगभग 6:30 बजे ज़मीन-दांव की बारिश के बीच, हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के झंडूता सदर क्षेत्र में, भालूघाट (भल्लू पुल / भल्लू घाट) के पास एक निजी बस भूस्खलन के निशाने पर आ गई।
- यह बस मरोतन से निकली हुई थी और घुमारवीं की ओर जा रही थी। बस में लगभग 30 से 35 लोग सवार बताए गए हैं।
- भारी बारिश और लगातार बरसते बादलों ने पहाड़ी ढलान की मिट्टी और चट्टानों को कमजोर कर बना दिया था, जिससे अचानक से मलबा एकत्रित होकर सड़क की ओर गिर पड़ा।
- इसके परिणामस्वरूप, मलबा बस पर गिर गया, छत उखड़ गई, कई यात्री मलबे में ही दब गए, और बस खाई के किनारे जा गिरी।
- स्थानीय पुलिस, आपदा टीम, एनडीआरएफ और अन्य बचाव दल तुरंत ही मौके पर जा पहुँचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था।

18 यात्रियों की मौत, कई लापता
Bilaspur Tragedy: प्रारंभिक रिपोर्टों में 15 लोगों की मौत की ख़बर सामने आई थी। बाद में रिपोर्टों में 18 लोगों की मौत बताई गई है, साथ ही 3 लोगों को बचाया गया है। एक बच्चा लापता हुआ है, जिसका अभी तक कुछ पता नहीं चला है। दो बच्चों जो कि भाई-बहन है उनको सुरक्षित निकाल लिया गया है, उन्हें अस्पतालों में भर्ती भी कराया गया है। मृतकों में एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल हैं।
प्रशासन की कार्रवाई
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राहत कार्य की मॉनिटरिंग की और घटना पर शोक व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख की आर्थिक सहायता देने और घायल लोगों के लिए ₹50,000 की सहायता राशि घोषित की है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी घटना को बेहद दुखद और संवेदनशील बताते हुए पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएँ प्रकट कीं है।
राहत एवं बचाव अभियान पूरे जोश-जोश से जारी है। मलबे में दबे लोगों को खोजने के लिए टीमें अभी भी काम कर रही हैं।
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