भारत-अमेरिका रिश्तों का नया अध्याय: जयशंकर और रुबियो की ऐतिहासिक बातचीत

India News : संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की अहम मुलाकात हुई। इस बैठक में दोनों देशों ने व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और रणनीतिक सहयोग जैसे क्षेत्रों में रिश्तों को और मजबूत करने पर जोर दिया गया है। यह मुलाकात भारत-अमेरिका संबंधों को नई दिशा देने और हालिया तनावों को संतुलित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
मुलाकात का उद्देश्य
Jaishankar Rubio Meeting: जयशंकर और रुबियो ने भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की इच्छा जताई है। उनका फोकस मुख्यतः व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, फार्मास्यूटिकल्स, और खनिज जैसे क्षेत्रों पर रहा था।
रणनीतिक साझेदारी
इस मुलाक़ात में जयशंकर और रुबियो ने करीब एक घंटे तक बातचीत की और इस दौरान दोनों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति क साथ स्थिरता के लिए मिलकर काम करने का वादा किया। खास तौर पर दोनों देशों के बीच क्वाड (भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया) के जरिए सहयोग को और बढ़ाने पर भी सहमति बनी है।
नवीन संपर्क और तनावों को शांत करने की कोशिश
Latest News : ट्रंप प्रशासन ने रूस से तेल खरीदने की वजह से भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया था, जिससे कुल टैरिफ 50% हो गया था। यह दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ में से एक है। इसके अलावा, हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H1B वीजा पर भी 1,00,000 डॉलर का भारी शुल्क लगाने की घोषणा की, जिससे भारतीय पेशेवरों, खासकर आईटी और मेडिकल क्षेत्र के लोगों में चिंता बढ़ी हुई है।
यह मुलाकात ऐसे समय हुई है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और वीज़ा (और अन्य नीतिगत) मामलों में कुछ तनाव उत्पन्न हो गया था। इस बैठक को इन तनावों को कम करने और सहयोग के नए आयाम स्थापित करने की दिशा में सकारात्मक कदम भी माना जा रहा है।
दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता
यह पहली बार था जब दोनों नेता ऐसी तनावपूर्ण स्थिति के बाद एक-दूसरे से मिल रहे थे। इससे पहले जुलाई में वॉशिंगटन में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान उनकी मुलाकात हुई थी। दोनों ने इस बात पर सहमति जताई कि प्राथमिक क्षेत्रों में प्रगति के लिए नियमित संवाद बनाए रखना भी ज़रूरी है।
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