कूटनीति की बाज़ी अब इन तीन हाथों में है : मोदी, पुतिन, जिनपिंग! ये दोस्ती बदल सकती है पूरी राजनीति!

SCO यानी शंघाई सहयोग संगठन 2025 की बैठक के दौरान, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (modi putin xi jinping news) ने एक दूसरे से दोस्ती का हाथ मिलाया, गले मिले. तीनों ने मुस्कुराहट के साथ एक दूसरे से मिलकर सकारात्मक राजनीतिक का संकेत देते हुए गर्मजोशी दिखाई। इस बैठक के दौरान देखा गया है कि यह सहज मिलन संदेश है कि इन तीनो देशों के बीच रिश्तों में कुछ सकारात्मक मुकाम आ रहा है. खासकर, एक ऐसे दौर में जब पूरी दुनिया कई हिस्सों में अस्थिरता का सामना करती हुई नज़र आ रही है। शी जिनपिंग ने मोदी को बताया कि 'ड्रैगन' यानी चीन और 'हाथी' यानी भारत को साथ आना ही चाहिए।

उन्होंने मजबूत मैत्री, स्थिरता और दक्षिण की साझी पहचान पर बल भी देते हुए दिखाई दिए। मोदी ने भरोसा, सम्मान और सीमा सेतु पर भी भरोसा जताया, जो कि तनाव को कम करने की दिशा में एक बहुत ही बड़ा कदम है। पुतिन और जिनपिंग पहले से ही "नो लिमिट्स पार्टनरशिप" की बात कर चुके हैं, अब मोदी के साथ तस्वीरें (modi putin xi jinping news) और मुलाकातें इस साझेदारी को और वज़न देती हैं। इस सम्मेलन को पश्चिमी दबदबे के मुकाबले एक बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के रूप में भी पेश किया गया है। रूस और चीन मिलकर पश्चिम को चुनौती देने की छवि बनाते हुए नज़र आए हैं।
सम्मेलन के दौरान यह भी पूरी तरह से स्पष्ट हुआ कि पुतिन दिसंबर 2025 में भारत का दौरा कर सकते हैं। यह दोनों देशों की पहली आमने-सामने की मुलाकात होगी।
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