अचानक गिरने का संकेत हो सकता है सोडियम और पोटैशियम की कमी!

सोडियम और पोटैशियम (low sodium and potassium symptoms) हमारे शरीर के लिए बेहद ज़रूरी इलेक्ट्रोलाइट्स होता हैं। इनकी कमी से शरीर की नसों और मांसपेशियों की गतिविधि बिगड़ सकती है और हालात अचानक से गंभीर हो सकते हैं।
शरीर में सोडियम कम होने पर क्या होता है?
जब शरीर में सोडियम (low sodium) कम होता है तब शरीर में पानी का संतुलन, नसों और मांसपेशियों की गतिविधि अनियंत्रित होने लगती है। सोडियम की कमी होने पर थकान, सिरदर्द, उल्टी, मांसपेशियों में कमजोरी और ऐंठन महसूस होने लगती है। सोडियम की गंभीर कमी (हायपोनेट्रेमिया) से भ्रम, दौरे, बेहोशी और मौत तक हो सकती है।
शरीर में पोटैशियम कम होने पर क्या होता है?
पोटैशियम हमारे दिल, नसों और मांसपेशियों के लिए बेहद ज़रूरी होता है। इसकी कमी (low potassium) के शुरुआती लक्षण में थकान, पैरों में खिंचाव, कब्ज, हल्की कमजोरी दिखाई दे सकती हैं। गंभीर कमी (हाइपोकैलेमिया) से हार्टबीट गड़बड़ाना, ब्लड प्रेशर गिरना, सांस लेने में कठिनाई और दिल का दौरा पड़ सकता है।

सोडियम और पोटैशियम दोनों की कमी क्यों है खतरनाक?
सोडियम और पोटैशियम (Low Sodium and Potassium Symptoms) मिलकर पानी का संतुलन, ब्लड प्रेशर और नसों की गतिविधि को शरीर में नियंत्रित करते हैं। दोनों की कमी से चक्कर आना, कमजोरी, भ्रम, अचानक बेहोशी या गिरना आम लक्षण के तौर पर दिखाई दे सकते हैं। इनकी कमी की वजह से किडनी और दिल पर भी सीधा असर पड़ सकता है।
बचाव कैसे करें?
अगर आपको लक्षण के तौर पर लगातार थकान, मांसपेशियों में खिंचाव, चक्कर, धड़कन तेज़ या अनियमित होना दिखाई या महसूस हो रहा है तो नीचे बताए हुए उपाय कर सकते हैं:-
- डॉक्टर की सलाह से खून की जांच और इलाज ज़रूरी है।
- पोटैशियम युक्त आहार (केला, आलू, पालक, दालें, खट्टे फल) और संतुलित नमक का सेवन मदद कर सकता है।
- दवाइयों (जैसे डाययूरेटिक्स) के सेवन पर डॉक्टर की राय ज़रूरी है।
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