Saheli Pink Smart Card : दिल्ली की महिलाओं के लिए बड़ा तोहफा!

Saheli Pink Smart Card : सरकार ने शुरू की “सहेली पिंक स्मार्ट कार्ड योजना”, जिसके ज़रिए अब महिलाएं और ट्रांसजेंडर व्यक्ति DTC और क्लस्टर बसों में बिल्कुल मुफ्त में सफर कर सकेंगे।
पुराने पिंक टिकट सिस्टम की जगह अब आएगा ये नया डिजिटल स्मार्ट कार्ड, जो न सिर्फ़ पारदर्शी होगा बल्कि मेट्रो सहित अन्य ट्रांसपोर्ट सेवाओं में भी काम आया करेगा।
भाई दूज के आसपास शुरू होने वाली इस योजना से राजधानी की लाखों महिलाओं को रोज़मर्रा की यात्रा में राहत आराम मिलेगी। क्या है ये कार्ड, कौन बना सकता है और कैसे मिलेगा, आइए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी।
क्या है यह योजना?
दिल्ली सरकार जल्द ही महिलाओं एवं ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को सहेली स्मार्ट कार्ड (Pink / Saheli Pink Smart Card) जारी करने वाली है, जिससे उन्हें DTC और क्लस्टर बसों में मुफ्त यात्रा करने को मिलेगी।
यह कार्ड एक नाम और फोटो वाला डिजिटल पास होगा, जिसे NCMC (National Common Mobility Card) प्रणाली के अंतर्गत जारी किया जाएगा।
इस कार्ड को मेट्रो एवं अन्य सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों में टॉप-अप / रिचार्ज किया जा सकेगा। मुफ्त यात्रा सुविधा केवल बसों पर ही लागू होगी।
क्यों शुरू की गई ‘सहेली कार्ड’ योजना?
- पहले दिल्ली में महिलाओं को पिंक “टिकट” दी जाती थी, जिसके आधार पर बस ऑपरेटरों को सब्सिडी दी जाती थी।
- लेकिन इस टिकट प्रणाली में दुरुपयोग, पारदर्शिता की कमी और अस्थिर लेखांकन आदि जैसी समस्याएँ सामने आई। इसलिए अब इसे डिजिटल रूप देने की योजना बनाई गई है ताकि सुविधा सटीक और भरोसेमंद बन सके।
- वर्तमान प्रशासन का कहना है कि यह कदम “पिंक कॉरप्शन” (tickets से जुड़े भ्रष्टाचार) को रोकने और लाभार्थियों तक सही तरीके से पहुँच सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया कदम है।
मुख्य विशेषताएँ एवं शर्तें
दिल्ली सरकार ने महिलाओं और ट्रांसजेंडर लोगों के लिए ‘सहेली पिंक स्मार्ट कार्ड’ (Saheli Pink Smart Card) योजना शुरू की है। इस कार्ड की मदद से वे DTC और क्लस्टर बसों में फ्री सफर कर सकेंगे। मेट्रो में यात्रा मुफ्त नहीं होगी, लेकिन यह कार्ड रिचार्ज करके मेट्रो में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।
यह कार्ड आजीवन (लाइफटाइम) के लिए मान्य होगा। दो तरह के कार्ड बनाए जाएंगे एक Zero-KYC कार्ड, जिसमें आसान आवेदन होगा, और दूसरा Full-KYC कार्ड, जिसमें पहचान और दस्तावेज़ देने की ज़रूरत होंगे। आवेदन के लिए आधार कार्ड, दिल्ली का पता प्रमाण, पासपोर्ट साइज फोटो और PAN कार्ड होंगे।
महिलाएँ और ट्रांसजेंडर व्यक्ति जिनकी उम्र 12 साल या उससे ज्यादा है, वे इस कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन DTC की वेबसाइट पर ऑनलाइन किया जाएगा, और बैंक द्वारा KYC पूरी होने के बाद ही कार्ड घर पर भेज दिया जाएगा।
रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया मध्य अक्टूबर 2025 से शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है, और भाई दूज (23 अक्टूबर 2025) के आसपास कार्ड का वितरण और इस्तेमाल शुरू हो सकता है।
Saheli Pink Smart Card की चुनौतियाँ और सवाल क्या है?
‘सहेली पिंक स्मार्ट कार्ड’ योजना भले ही महिलाओं के लिए बड़ी राहत साबित होने वाली हो, लेकिन इसके साथ कुछ चुनौतियाँ और सवाल भी जुड़े हैं।
सबसे पहले, यह सुविधा सिर्फ दिल्ली के निवासियों को मिलेगी, इसलिए गैर-निवासी महिलाएँ इसका फायदा नहीं उठा पाएँगी। दूसरी बात, KYC और दस्तावेज़ सत्यापन की प्रक्रिया थोड़ी जटिल हो सकती है, जिससे आवेदन में समय लग सकता है।
इसके अलावा, मुफ्त सफर की सुविधा सिर्फ बसों तक ही सीमित राखी गई है यानी मेट्रो में यह कार्ड केवल रिचार्ज करके इस्तेमाल किया जा सकेगा।
अगर कार्ड खो जाए या खराब हो जाए, तो उसकी रिपोर्ट बैंक में करनी होगी और कार्ड को दोबारा जारी किया जाएगा।
वहीं, कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार बिना ऑनलाइन फॉर्म भरे Non-KYC कार्ड देने पर भी विचार कर रही है ताकि ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल सके।
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