Shivraj Patil Death: पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल का 91 वर्ष की उम्र में देहांत, राजनीतिक जगत में शोक की लहर
Shivraj Patil Death News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री (Former Union Home Minister) शिवराज पाटिल का आज, 12 दिसंबर 2025 की सुबह महाराष्ट्र के लातूर में उनके घर पर निधन हो गया है।
लंबी बीमारी के बाद पाटिल का निधन सुबह लगभग 6:30 बजे हुआ, जहां वे पारिवारिक देखरेख में थे। उनकी उम्र 90–91 वर्ष बताई जा रही है।
उन्होंने अपने परिवार, समर्थकों और भारतीय राजनीति को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
महाराष्ट्र के लातूर जिले से था गहरा नाता
शिवराज पाटिल का पूरा नाम शिवराज पाटिल चाकूरकर था और वे महाराष्ट्र के लातूर जिले के चाकूर गांव से जुड़े थे।
उन्होंने भारतीय राजनीति में चार दशक से अधिक समय तक सक्रिय भूमिका निभाई और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता के रूप में प्रतिष्ठित स्थान बनाया।
गृह मंत्री पाटिल का राजनीतिक करियर और सार्वजनिक जीवन
शिवराज पाटिल का राजनीतिक सफर (Shivraj Patil Political Career) काफी लंबा और प्रभावी रहा। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में कई महत्त्वपूर्ण पदों पर काम किया।
पाटिल ने लोकसभा सदस्य के रूप में लातूर से सात बार जीत हासिल की और भारतीय राजनीति में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।
इसके अलावा वे लोकसभा के 10वें अध्यक्ष भी रहे और बाद में भारत सरकार में केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शिवराज पाटिल ने केंद्र सरकार में कई बड़े विभागों का दायित्व भी संभाला, जिनमें रक्षा मंत्री और संसद के सर्वोच्च सदन में स्पीकर के रूप में सेवाएँ शामिल हैं।
उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे बड़े नेताओं के नेतृत्व में कई संवैधानिक और कार्यकारी जिम्मेदारियाँ निभाईं।
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26/11 मुंबई हमले के दौरान पाटिल की भूमिका
साल 2008 में हुए 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के समय शिवराज पाटिल देश के गृह मंत्री थे। इस भयानक घटना से भारत पूरी तरह झकझोर गया।
हमलों की अनुशासनहीनता और सुरक्षा प्रणाली में कमियों के कारण उन्हें भारी आलोचना का सामना करना पड़ा।
इसका परिणाम ये हुआ कि पाटिल ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
शिवराज पाटिल का निधन कैसे हुआ?
शिवराज पाटिल पिछले कुछ समय से लंबी बीमारी से जूझ रहे थे। बढ़ती उम्र के कारण उनके स्वास्थ्य में गिरावट आ गई थी और इसके चलते उनका इलाज घर पर ही चल रहा था।
लेकिन आज सुबह उन्होंने अपने निवास स्थान पर अंतिम सांस ली। उनके निधन से कांग्रेस पार्टी, राजनीतिक दलों और देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है।
कांग्रेस नेताओं, सहयोगी दलों और वरिष्ठ राजनेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुःख जताया।
प्रधानमंत्री समेत कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय नेताओं ने पाटिल के योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पाटिल का परिवार और उनकी विरासत
शिवराज पाटिल के परिवार में उनके पुत्र शैलेश पाटिल, बहू और पोती–पोते शामिल हैं। वे अपने शांत स्वभाव, अनुशासन और संवैधानिक राजनीति के लिए जाने जाते थे।
उनका काल भारतीय राजनीतिक इतिहास में एक लंबी सार्वजनिक सेवा की मिसाल है, जो आज समाप्त हो गई।
शिवराज पाटिल भारतीय राजनीति का एक प्रतिष्ठित चेहरा थे, और उनका निधन न केवल कांग्रेस पार्टी बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है।
उनके योगदान और सार्वजनिक सेवा के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।
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FAQs
1. शिवराज पाटिल का निधन कब और कहाँ हुआ?
उत्तर- उनका निधन 12 दिसंबर 2025 को महाराष्ट्र के लातूर स्थित उनके निवास पर हुआ।
2. शिवराज पाटिल ने अपने राजनीतिक करियर में कौन-कौन से प्रमुख पद संभाले?
उत्तर- उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय गृह मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री समेत कई महत्त्वपूर्ण पद संभाले।
3. शिवराज पाटिल किस बीमारी से जूझ रहे थे?
उत्तर- वे लंबे समय से उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं और दीर्घकालिक बीमारी से पीड़ित थे।
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